राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतने वाले अजय ठाकुर की जेल में मौत हो गई. अंबाला के सेंट्रल जेल में बंद अजय ने सेनेटाइजर की दो बोतलें पी ली थी. जिससे उसकी मौत हो गई. अजय हिमाचल प्रदेश के नालागढ़ स्थित सैनी माजरा का निवासी था. उसे राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल भी मिला था. अजय ने सेना में भी नौकरी भी की थी. बतौर सूबेदार वो उसने सेना की नौकरी की. लेकिन बाद में उसने नौकरी छोड़ दी.मौत के बाद पुलिस ने मजिस्ट्रेट की निगरानी में अजय का पोस्टमार्टम कराया, और उसके बिसरे को लैब भेजवाया. पोस्टमार्टम की पूरी वीडियोग्राफी भी कराई गयी. अब पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का पूरा खुलासा होगा. बता दें, अजय काफी समय में सेंट्रल जेल में बंद था.एक गोल्ड मेडल जीतने वाला सख्स जिसने तीन साल सेना की भी नौकरी कीआखिर वो अपराधी कैसे बना गया और ऐसा क्या हुआ की उसने सेनेटाइजर पीकर अपना जान दे दी. पहले पहल अजय ने माजरा में एक अखाड़ा खोला. जिसका नाम उसने बजरंग अखाड़ा रखा. यहां वो अपने एक दोस्त के साथ मिलकर युवाओं के कुश्ती के दांव पेंच सिखाता था. लेकिन करीब साल भर पहले पंचकूला में हुई डकैती मामले में पुलिस को अजय पर भी शक हुआ.क्राइम ब्रांच की टीम ने घटना के सिलसिले में शक के बिनाह पर अजय को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद से ही वो काफी परेशान रहने लगा था. इसी परेशानी के कारण वो बीते दो दिनों से सेनिटाइजर पी रहा था. जब अजय की हालत काफी खराब हो गई तो उसे नागरिक अस्पताल में में भर्ती कराया गया. जहां, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी.मृतक अजय के साथ जेल में बंद दूसरे कैदी ने बताया कि अजय परेशान था. बीते दो दिनों से वो सेनेटाइजर पी रहा था. इससे उसकी तबियत बिगड़ती जा रही थी. जिसके बाद उसे नागरिक अस्पताल भेजा गया. लेकिन आखिरकार उसकी मौत हो गया.